Sunday 1 May 2016

पाँच हाइकु

1.
विकास पथ
ऊँच-नीच का भाव
खींचता पाँव
2.
जीवन पथ
धूप-छाँव समेटे
बढ़ सतत
3.
मन सँजोये
श्वेत-श्याम तस्वीरें
बीते दिनों की
4.
जिंदगी ट्रेन
बनते-बिगड़ते
रिश्ते हज़ार
5.
एक ही राह
मंज़िल कब्रगाह
धनी-निर्धन

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