Friday 7 December 2012

पाँच हाइकू सम्माननीय किसान बंधुओं के लिए-


और की भूख
परिणाम सम्मुख
भूमि बंजर

भूमि है माता
भर देगी उदर
प्यार तो कर

पाले उदर
दवा के नाम पर
दे ना ज़हर

चला फावड़ा
कृषिभूमि में सच
स्वर्ण है गड़ा

पसीना बहा
खेत का है संदेश
आँसू ना बहा


Tuesday 4 December 2012

हाइकू दिवस पर

साहित्याकाश
प्यारे हाइकु तारे
चमकें सदा

काव्य नभ के
झिलमिल सितारे
हुए हाइकु

गीत सूरज
ग़ज़ल आफ़ताब
हाइकू तारे