Thursday 3 March 2016

नारी पर हाइकु

नारी सजाती
जीवन फुलवारी
माधुर्य सींच

नारी-तुलसी
मिलकर सँवारी
आँगन क्यारी

कोकिल स्वर
गृहिणी के गीतों से
गुंजित घर

कोमल मन
बदन मखमली
नाज़ुक कली

लाडो तितली
बतियाँ चुलबुली!
शहद घुली

शांत सतह
छुपाये ज्वार भाटा
नारी हृदय

ममता घन
वात्सल्य की पवन
वर्षा सघन

साड़ी लिपटी
सघन संवेदना
दया,करुणा

-प्रवीण श्रीवास्तव 'प्रसून'
फतेहपुर उ.प्र.

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