Thursday 5 November 2015

आधार लिख

हृदय की पट्टिका पर तुम हमारा प्यार लिख देना।
मिलन का गीत लिख देना प्रिये श्रृंगार लिख देना।
अगर नीयति हमारी पर तुम्हें पूरा भरोसा हो,
तनिक कोना तनिक हिस्सा तनिक अधिकार लिख देना।
कभी पतझड़ अगर आये न जीवन पुष्प मुस्काये,
नई उम्मीद बनकर तुम कलम मल्हार लिख देना।
विजय श्री हो अगर अपनी भले ही भूल जाना तुम,
हमारी हार का किस्सा हज़ारों बार लिख देना।
हमारी गलतियों से कुछ सबक तो सीख ले दुनिया,
हमारी हार से तुम जीत का आधार लिख देना।

-प्रवीण श्रीवास्तव 'प्रसून'

No comments:

Post a Comment