ढिमका टीवी बैन हो गया
कुछ का मन बेचैन हो गया
आज़ादी का क्या मतलब
क्या नंगे होकर घूमोगे
देशद्रोहियों के चरणों को
बार बार यूँ चूमोगे
देश सुरक्षा के मुद्दे पर
क्यों चैनल गंभीर नहीं है
देश अमर पुरखों की दौलत
चैनल की ज़ागीर नहीं है
आज़ादी अभिव्यक्ति की मिली
दुरुपयोग क्यों करते हो
मिले मदद दुश्मन फौजों को
ऐसी कवरेज़ करते हो
उस पर सजा अगर दी जाये
तुमको वो मंज़ूर नहीं
सीनाज़ोरी करते हो
कहते हो कोई कसूर नहीं
कदाचार के मुद्दों पर
चैनल पहले भी बैन हुए
मगर बुद्धिजीवी(?)पहले तो
इतने ना बेचैन हुए
मनमानी जब नहीं चली
आपातकाल लगता इनको
नकारात्मक बातें हैं
सबकुछ काला दिखता इनको
माना की यह आज़ादी है
सच दिखलाना भी अच्छा है
लेकिन देश प्रथम सबसे
सर्वोपरि राष्ट्र सुरक्षा है
:प्रवीण श्रीवास्तव 'प्रसून'
फतेहपुर उ.प्र.
08896865866
Sunday 6 November 2016
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