Sunday 6 November 2016

ढिमका टीवी बैन हो गया
कुछ का मन बेचैन हो गया
आज़ादी का क्या मतलब
क्या नंगे होकर घूमोगे
देशद्रोहियों के चरणों को
बार बार यूँ चूमोगे
देश सुरक्षा के मुद्दे पर
क्यों चैनल गंभीर नहीं है
देश अमर पुरखों की दौलत
चैनल की ज़ागीर नहीं है
आज़ादी अभिव्यक्ति की मिली
दुरुपयोग क्यों करते हो
मिले मदद दुश्मन फौजों को
ऐसी कवरेज़ करते हो
उस पर सजा अगर दी जाये
तुमको वो मंज़ूर नहीं
सीनाज़ोरी करते हो
कहते हो कोई कसूर नहीं
कदाचार के मुद्दों पर
चैनल पहले भी बैन हुए
मगर बुद्धिजीवी(?)पहले तो
इतने ना बेचैन हुए
मनमानी जब नहीं चली
आपातकाल लगता इनको
नकारात्मक बातें हैं
सबकुछ काला दिखता इनको
माना की यह आज़ादी है
सच दिखलाना भी अच्छा है
लेकिन देश प्रथम सबसे
सर्वोपरि राष्ट्र सुरक्षा है
     
     :प्रवीण श्रीवास्तव 'प्रसून'
      फतेहपुर उ.प्र.
     08896865866




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